इस बार हरियाणा चुनाव बेरोज़गारी के मुद्दे पर केन्द्रित हो: योगेन्द्र यादव
हरियाणा में विधानसभा चुनाव घोषित होते ही स्वराज इंडिया ने प्रदेश की सभी पार्टियों के सामने प्रस्ताव रखा है कि इस बार चुनाव को मुद्दा विहीन होने से बचाया जाए। स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह अपील की कि इस चुनाव में तू तू मैं मैं या फिर नेताओं की खरीद-फरोख्त को छोड़कर प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या यानी बेरोजगारी पर एक सार्थक बहस हो। उन्होंने बेरोजगारी के बारे में कुछ चौंकाने वाले नए तथ्य पेश करते हुए कहा कि इस चुनाव में सरकार बेरोजगारी के मोर्चे पर जनता को जवाब दे और बाकी पार्टियां प्रदेश में बेरोजगारी को समाप्त करने के लिए वैकल्पिक योजना पेश करें। उन्होंने अपनी ओर से घोषणा की कि स्वराज इंडिया कुछ ही दिनों में प्रदेश में पूर्ण रोजगार की एक पुख्ता वैकल्पिक योजना पेश करेगा।

 

सीएमआईई के नए आंकड़ों (मई से अगस्त 2019 की चौमाही रपट) के हवाले से योगेंद्र यादव ने खुलासा किया कि प्रदेश में बेरोज़गारों की संख्या 20 लाख को भी पार कर गयी है। अपने से ज़्यादा आबादी वाले कई प्रदेशों को पछाड़ते हुए हरियाणा ने बेरोज़गारी को आपदा का रूप दे दिया है। इस ताजा रिपोर्ट से मिले आंकड़ें बताते हैं कि हरियाणा से ज़्यादा आबादी वाले पंजाब, मध्यप्रदेश, तमिल नाडु और झारखंड जैसे राज्यों में भी कुल बेरोज़गारों की संख्या हरियाणा से कम है। उदाहरण के लिए जहाँ पंजाब में 11 लाख 24 हज़ार बेरोज़गार हैं वहीं इससे कम आबादी वाले हरियाणा में बेरोज़गारों की संख्या 20 लाख 20 हज़ार है। इस रपट के मुताबिक हरियाणा के इन बेरोजगारों में 4.5 लाख तो ग्रेजुएट या इससे अधिक शिक्षित थे।