आरूषि होम की तीन लड़कियां कमरे की ग्रिल तोडकर भाग गई।

आरूषि होम की पहली मंजिल में रह रही तीन लड़कियां कमरे की ग्रिल तोडकर प्लॉट में कूदी और वहां से भाग गई। एक युवती को होम में काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता रानी ने द्रोणाचार्य मेट्रो स्टेशन से पकडा गया। जबकि दो लड़कियों को सोहना रोड स्थित अपने रिश्तेदार के घर से पकड़ा गया। तीनों लड़किया सोमवार को आरूषि होम में पहुंची और सोमवार देर रात उनका मेडिकल करवाया गया।
शीतला कॉलोनी निवासी अनीता ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि वह सेक्टर-21 आरुषि होम में सामाजिक कार्यकर्ता है। होम में 42 बच्चियां रहती हैं। रविवार को यहां से तीन बच्चियां खिड़की की जाली काटकर फरार हो गई। इनमें से गांव तिगरा निवासी 17 वर्षीय किशोरी को 6 सितंबर को मेवात से महिला हेड कांस्टेबल सुमित्रा बाल कल्याण कमेटी के आदेश पर यहां लाई थी। बादशाहपुर निवासी 14 वर्षीय किशोरी को महिला थाना सेक्टर-51 से महिला उप-निरीक्षक मीनावती तथा 16 वर्षीय किशोरी को शहर थाना पुलिस की महिला सहायक उप निरीक्षक चंद्रकांता लेकर आई थी। यह तीनों की लड़किया कमरा आरूषि होम के पहली मंजिल पर बने रूम नंबर-2 में एक साथ रहती थी। 14 सितंबर की रात को साढ़े 11 बजे तक खेलती रही। रात करीब 2 बजे उन्होंने सभी कमरों को चेक किया। उस वक्त तक तीनों अपने कमरे में मौजूद थी। सुबह करीब पौने 5 बजे जांच तो तीनों गायब मिली। उन्होने बताया कि वह रात में तीन से पांच बजे के बीच में भागी है। उस रूम में पांच लड़्किया रह रही थी। जबकि दो सो रही थी,इसीलिए वह नहीं गई।
जांच में यह भी सामने आया है कि जहां से वह भागी है,वहां पर सीसीटीवी कैमरा नहीं था। ऐसे में यह नहीं पता चल पाया कि ग्रिल कैसे काटी गई है। अभी पुलिस मामले की जांच कर रही है।